सर्च-सर्वे का काम रुका, अब तो फाइल छूने से डर रहे साहब
नोएडा। कोरोना वायरस का असर सरकारी कामकाज पर भी देखा जा रहा है। केंद्र और राज्य सरकार के टैक्स वसूलने वाले महकमों में इन दिनों सन्नाटा है। हालात ऐसे हैं कि वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) और आयकर विभाग के अधिकारी फाइलों को छूने में परहेज कर रहे हैं। राज्य जीएसटी विभाग के सचल दल दस्तों को सड़कों पर चेकिंग की कार्रवाई करने से रोक दिया गया है।
अर्थव्यवस्था में सुस्ती का असर इस बार टैक्स कलेक्शन पर भी पड़ा है। पिछले वित्तीय वर्ष के मुकाबले इस बार टैक्स कलेक्शन में 21 फीसदी तक की गिरावट ने आयकर विभाग के अधिकारियों की नींद उड़ा दी थी। मार्च के महीने में टैक्स की हेराफेरी करने वालों पर शिकंजा कसने की पूरी रणनीति तैयार की जा चुकी थी। आयकर विभाग की इंवेस्टीगेशन विंग के अलावा टीडीएस विंग ने नोएडा और गाजियाबाद के 10 बिल्डरों की कुंडली खंगाली थी, जिनके ठिकानों पर मार्च में सर्वे किया जाना है। कोरोना ने जैसे ही पांव पसारने शुरू किए हैं, आयकर विभाग के दफ्तर में सन्नाटा पसर गया है। हालांकि, सर्च-सर्वे रुकने की वजह अधिकारी तमाम मांगों के लिए चल रहे अधिकारियों व कर्मचारियों के विरोध को मान रहे हैं, लेकिन सूत्र इसे कोरोना वायरस के डर का असर बता रहे हैं।
राज्य जीएसटी विभाग के दस्तों को चेकिंग की कार्रवाई रोकने के निर्देश दिए गए हैं। विभाग की विशेष अनुसंधान शाखा के अतिरिक्त आयुक्त ग्रेड-दो धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि टैक्स चोरी की पुख्ता सूचना मिलने पर ही सचल दल को चेकिंग के लिए भेजा जा रहा है। विभाग के दफ्तरों में अधिकारी और कर्मचारी अब फाइलों को छूने से भी परहेज कर रहे हैं। फाइलों पर हस्ताक्षर करने के बाद अधिकारी सैनिटाइजर से हाथों को धो रहे हैं।